18/10/2023
"Defending the human rights of Palestinians does not mean you are pro-Hamas.
Saying "Free Palestine" does not mean you are anti- Semitic or "want all the Jews gone."
"Free Palestine" means free Palestinians from the Israeli occupation that's been robbing them their basic human rights for 75 years.
"Free Palestine" means stop caging 2.3 million Palestinians in the world's largest open air prison, half of whom are children.
"Free Palestine" means end the apartheid imposed by the Israeli government.
"Free Palestine" means give the Palestinians control over the basic infrastructure in their land."
~ Eric Cantona, Manchester United legend
PHOTO:- 25.1.1995, Eric Cantona kung fu kicked a fascist football hooligan, Matthew Simmons, during a match against Crystal Palace. Simmons, who attended far-right National Front and British National Party rallies and heckled Cantona as a "foreigner". His respond after that:- "I should’ve kicked him harder!”
Cantona’s maternal grandfather was from Barcelona, and fought against the forces of fascist general Francisco Franco during the Spanish civil war, before being forced to flee to France after the nationalist victory.
Azad Sports Club, Shimla
06/12/2022
In coordination with Scientific And Polemic Society, Shimla !
15/09/2022
Green Brigade's banner at
Shakhtar Donetsk vs Celtic FC in the Champions League.
Azad Sports Club, Shimla
22/05/2022
गामा पहलवान सिर्फ एक बेहतरीन खिलाड़ी नहीं,एक बेहतरीन इंसान भी जो अपने हिंदू पड़ोसियों के लिए खड़ा हो गया सांप्रदायिक भीड़ के सामने:-
बात 1947 की है भारत का बंटवारा होना तह था,गामा (ग़ुलाम मुहम्मद बख्श) पहलवान जिनका जन्म 22 मई,1878 को अमृतसर में हुआ था,उन्होंने देश के राजनीतिक माहौल को देखते हुए 1947 की शुरुआत में लाहौर जाने का फैसला लिया।
वैसे लाहौर गामा के लिए नया नहीं था,वह इस शहर को बहुत अच्छे से वाकिफ थे,उनका अक्सर लाहौर आना जाना लगा रहता था, गामा लाहौर के मोहनि रोड पर बस गए,जिस कॉलोनी में वह रह रहे थे वहां अधिकांश हिंदू परिवार रहते थे जो पहलवान को अपने पड़ोसी के रूप में पाकर काफी उत्साहित थे| पर यह कुशी अधिक समय नहीं टिकी, सांप्रदायिक हवाएं अपने उफान पर थी, रोज़ कही न कही से सांप्रदायिक दंगों की खबरें आ रही थी, गामा को मंडरा रहे खतरे का आभास हो चुका था और इसलिए,उन्होंने अपने इलाके के हिंदुओं से अपील की कि डरने की कोई आवश्यकता नहीं है और वादा किया कि वह उनकी रक्षा के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगाने के लिए भी तैयार हैं|
एक दिन जब कुल्हाड़ियों और तलवारों से लैस उन्मादी भीड़ उनकी कॉलोनी के पास आ पहुंची, तो गामा अपने कुछ पहलवान साथियों के साथ हिंदू परिवारों की रक्षा के लिए उस भीड़ के सामने खड़े हो गए।
भीड़ उन्हें धमकाते हुए हटने के लिए कह रही थी उन्होंने जवाब देते हुए कहा "इस गली के हिंदू मेरे भाई हैं, देखता हूं इनपर कौन आंख या हाथ उठाता है!" और वह टिके रहे, तभी भीड़ में से एक फ़िरकापरस्त गामा की तरह हमला करने के लिए बढ़ा, पहलवान ने कस कर उसे एक घूसा मारा और वह व्यक्ति वहीं बेहोश हो गया, यह देख कर डरपोक भीड़ वहां से रफूचक्कर हो गई|
परन्तु कुछ वक्त में ही सांप्रदायिक दंगे बहुत ही खूंखार रूप ले चुके थे, गामा को इस बात का आभास था कि उनकी कॉलोनी अब सुरक्षित नहीं है और वह बहुत अधिक समय तक कॉलोनी की रक्षा नहीं कर पाएंगे। इसलिए,उन्होंने उन्हें अपने खर्चे से लगभग एक सप्ताह का राशन हिंदू परिवारों को मुहिया करवाया और उन्हें बॉर्डर पार करवाया,अपने पड़ोसियों को अलविदा कहते समय यह फ़ौलादी पहलावन जिसे कोई कभी हरा न पाया था फूट फूट कर रो पड़ा था|
गामा को उनके रिकॉर्ड्स महान नहीं बनाते बल्कि उनका जज़्बा और खूबसूरत व्यक्तित्व उन्हें महान बनाता है|
Azad Sports Club, Shimla